Shoulder Symposium: आगरा के एसएनएमसी के स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ सहायक प्रोफेसर डॉ. रजत सर्व कपूर ने चंडीगढ़ में ‘शोल्डर स्टैबिलाइजेशन के बाद खेल में वापसी’ विषय पर अपना व्याख्यान दिया. जहाँ पर उन्हें सम्मानित किया गया.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
Shoulder Symposium: आगरा में स्थित एसएन मेडिकल कॉलेज में स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ सहायक प्रोफेसर डॉ. रजत सर्व कपूर ने चंडीगढ़ में ‘शोल्डर स्टैबिलाइजेशन के बाद खेल में वापसी’ विषय पर अपना व्याख्यान दिया. दो दिन तक चली इस कॉफ्रेंस (Shoulder Symposium) में देश और दुनिया के विशेषज्ञ ने कंधों की जटिल सर्जरी और प्रत्यारोपण की तकनीक के बारे में जानकारी दी. डॉ. रजत सर्व कपूर ने बताया कि ‘शोल्डर स्टैबिलाइजेशन के बाद खेल में वापसी’ इस समय एथलीट, फिजियोथेरेपिस्ट और आर्थोपेडिक सर्जन के बीच तेजी से बढ़ने वाला विषय है.
एसएनएमसी के स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ सहायक प्रोफेसर डॉ. रजत सर्व कपूर ने अपने प्रजेंटेशन में बताया कि खेलकूद, दुर्घटना या चोट लगने से कंधों में गंभीर बन जाती हैं. जिसकी वजह से कंधों का बार बार उतरना, मांसपेशियां व झिल्ली फट जाना, रोटेटर कफ का फटना समेत अन्य परेशानियां खूब हो रही हैं. एसएनएमसी की ओपीडी में लगातार ऐसे मरीजों की संख्या बढ रही है.

दो दिन तक चली शोल्डर सिंपोजियम (Shoulder Symposium lasted for two days)
स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ सहायक प्रोफेसर डॉ. रजत सर्व कपूर ने बताया कि चंडीगढ़ में दो दिवसीय शोल्डर सिंपोजियम में देशभर के शोल्डर सर्जरी और स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञ बुलाए गए थे. जहां पर मैंने आर्थोपेडिक स्पोर्ट्स इंजरी के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है. मुझे कंधे की अस्थिरता और रोटेटर कफ के फटने की स्थिति में विशेषज्ञता हासिल है. मैंने भी इस पर अपना प्रजेंटेशन दिया.