SMMC News: एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सोटो की सम्बद्धता के साथ रीनल ट्रांसप्लांट के लिए आवेदन कर दिया है. इसके साथ ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए केंद्र सरकार को आधुनिक मशीनों के साथ उपकरण की डिमांड भी भेज दी है.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
SMMC News: उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित एसएन मेडिकल कालेज में किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) होगा. जिसमें अभी देर लगेगी. क्योंकि, किडनी ट्रांसप्नलांट के लिए आधुनिक मशीनों के आने और स्थापित होने में समय लग रहा है. एसएनएमसी (SMMC News) ने ट्रांसप्लांट के लिए संबंधित संस्था को आवेदन कर दिया है. जिससे संभवत: अगले साल से एसएनएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट होने लगेगा.
बता दें कि एसएन मेडिकल कॉलेज (SMMC News) में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 200 करोड़ की लागत से 8 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी (एसएस) विंग बनी है. जिसमें ओपीडी के साथ ही कई विभाग की सर्जरी शुरू हो गई है. एसएस विंग में हार्ट सर्जरी के लिए मॉड्यूलर ओटी, आईसीयू और कैथ लैब स्थापित हो चुकी है. अब किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सुपर विंग में नेफ्रोलाजी और यूरोलाजी विभाग काम शुरू कर चुके हैं.

Kidney Transplant के लिए मशीन और उपकरण की डिमांड
बता दें कि नेफ्रोलाजिस्ट किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उचित मरीज का चयन करके यूरोलाजी विभाग के पास भेजते हैं. इसके बाद यूरोलाजिस्ट आपरेशन या ट्रांसप्लांट करते हैं. एसएनएमसी प्रशासन ने रीनल ट्रांसप्लांट के लिए स्टेट आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन (सोटो) की सम्बद्धता ले रखी है. इसके साथ ही रीनल ट्रांसप्लांट के लिए आवेदन भी कर दिया है. इसके साथ ही किडनी ट्रांसप्लंट के लिए अत्याधुनिक मशीनें और उपकरण केंद्र सरकार से मांगे हैं. जिनके मिलते ही एसएनएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारी शुरू हो जाएगी. ऐसे में नए साल में SMMC में किडनी ट्रांसप्लांट की व्यवस्था शुरू होने की उम्मीद है.
नए साल में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू हो जाएगा
एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि हम अभी सिर्फ किडनी ट्रांसप्लांट पर काम कर रहे हैं. जिसके लिए दो से तीन माह में मशीनें और जरूरी उपकरण मिल जाएंगे. जिन्हें एसएस विंग में नेफ्रोलॉजी विभाग में स्थापित किया जाएगा. जिसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी करके हम पूरी उम्मीद है कि नए साल में एसएनएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू हो जाएगा.
अन्य अंगों की उम्मीद नहीं
एसएनएमसी की एसएस विंग में अभी केवल किडनी ट्रांसप्लंट की तैयारियां चल रही हैं. इसके साथ ही हृदय, लिवर, फेफड़ों की संभावनाएं बेहद कम हैं. देश में सिर्फ हायर सेंटरों पर ही यह सुविधा उपलब्ध है. चूंकि इनके लिए विशेष मानकों पर खरा उतरना बहुत जरूरी है. एसएनएमसी अभी उस स्तर पर नहीं हैं. जहां तक पहुंचने में समय लगेगा.