SNMC Cath Lab : आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में तीन दिन पहले ही कैथ लैब की शुरूआत हुई है. कैथ लैब से अब दिल के मरीजों की जान बचाने साथ ही रियायती दर पर उपचार भी मिल रहा है.
आगरा, उत्तर प्रदेश।
SNMC Cath Lab : आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की सुपर स्पेशलियटी विंग में स्थित कैथ लैब में पहली बार दो एंजियोप्लास्टी की गई. कैथ लैब के शुभारंभ के तीन दिन पहले ही दिल की बीमारी से जूझ रहे दो मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई. दोनों मरीज की हालत स्थिर है. दोनों का उपचार चिकित्सकों की निगरानी में किया जा रहा है.

बता दें कि आगरा के एसएनएमसी की आठ मंजिला सुपर स्पेशलियटी विंग में 12 करोड रुपये से कैथ लैब की मशीन लगाई गई है. जिसका शुभारंभ बीते दिनों हुआ था. लैब में पहली एंजियोप्लास्टी डॉ. बसंत गुप्ता ने की. डॉ. बसंत गुप्ता ने बताया कि 35 वर्षीय मरीज सीने में दर्द की शिकायत लेकर आए. सीने में दर्द के साथ मरीज़ को सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी. इस पर मरीज का ईसीजी और अन्य जांच की गई. मरीज को एक्यूट एंटीरियर वाल MI डायग्नोज़ हुआ. जिस पर गुरुवार सुबह 10 :45 पर मरीज इमरजेंसी में भर्ती किया.

SNMC Cath Lab : गाइडलाइन के डोर टु नीडल टाइम अचीव किया
डॉ. बसंत गुप्ता बताते हैं कि अमेरिकन और यूरोपियन गाइडलाइन के डोर टु नीडल टाइम को अचीव करके 20 मिनट में पेशेंट को सुपर स्पेशियलिटी की कैथ लैब मे शिफ्ट किया. अगले 60 मिनट में उसकी एंजियोप्लास्टी की गई. इस पूरी प्रक्रिया में कुल 90 मिनट का समय लगा. इसे प्राइमरी एंजियोप्लास्टी कहते हैं. कार्डियोलॉजी टीम में सेकंड ऑपरेटर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ नागर, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप राणा रहे. इसके साथ ही डॉ. अतिहर्ष मोहन सुपरस्पेशियलिटी ICU इंचार्ज ,अभिलाष, विवेक टेक्निशियन का सहयोग किया.
SNMC Cath Lab : मरीज में स्टेंट के साथ एंजियोप्लास्टी
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु यादव ने बताया कि 70 साल के मरीज को पिछले महीने से सांस फूलने के साथ सीने में बार-बार तेज दर्द की समस्या थी. मरीज ओपीडी में आया तो मरीज को एंजियोग्राफी की सलाह दी गई थी. मरीज़ की एंजियोग्राफी की गई. जिसमें 2 वाहिकाओं में 90% गंभीर रुकावट मिली. मरीज आयुष्मान भारत योजना का लाभार्थी था. इसके चलते मरीज की दोनों वाहिकाओं में स्टेंट के साथ एंजियोप्लास्टी की गई. मरीज की हालत स्थिर है और उसे राहत मिली है.