SNMC News: आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू कर्मचारियों की लापरवाही से एक शिशु की मौत हो गई. सीएचसी से रेफर किए शिशु को कर्मचारियों ने भर्ती नहीं किया था. परिजन उसे घर ले गए. जहां पर बेटे की मौत हो गई, जबकि बेटी की हालत गंभीर है. उसका उपचार एसएनसीयू में चल रहा रहा है.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
SNMC News: उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित एसएन मेडिकल कॉलेज (SN Medical College, Agra) में स्टॉफ की लापरवाही से एक शिशु की मौत हो गई. बाह से रेफर किए गए जुड़वा शिशुओं को स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में भर्ती नहीं किया गया. मजबूरी में परिजन शिशुओं को घर लेकर आ गए. जिसमें से शनिवार सुबह एक शिशु की मौत हो गई. दूसरे शिशु की हालत खराब होने पर उसे फिर से रेफर किया. जिसका एसएनसीयू (Special Newborn Care Unit) में इलाज चल रहा है.
बता दें किे उत्तर प्रदेश के जिला महोबा के मूल निवासी हुसैन ने बताया कि अभी बाह में ईंट-भट्टे पर कार्य करता हूं. 13 दिसंबर को मेरी पत्नी रेशमा ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. जिसमें एक बेटा और बेटी है. शुक्रवार को दोनों बच्चों की हालत खराब होने पर बाह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गया. जहां से चिकित्सकों ने सरकारी एंबुलेंस से एसएन मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू के लिए रेफर कर दिया.
जब एसएन मेडिकल कॉलेज आया तो यहां पर शिशुओं को भर्ती नहीं किया. कहा कि शिशु ठीक हैं. घर जाकर शिशु की छाती की सिकाई करें. मैं खूब गिड़गिड़ाया. मगर, एसएन मेडिकल कॉलेज की न्यूबोर्न केयर यूनिट में स्टॉफ ने एक नहीं सुनी. मेरे शिशु को भर्ती नहीं किया. जिससे मैं मजबूरी में शिशु घर लेकर गया.
SNMC News: एंबुलेंस स्टाफ गेट पर छोड़कर चला गया (Ambulance staff left the babies at the gate)
मजदूर हुसैन के भाई आशिक मोहम्मद ने बताया कि एंबुलेंस स्टॉफ की भी लापरवाही रही. वो एसएन मेडिकल कॉलेज के गेट पर शिशुओं को छोड़कर ही चला गया. एंबुलेस चालक को भर्ती करना चाहिए था. अगर शिशु भर्ती हो जाते तो जान बच जाती. शनिवार की सुबह 11 बजे बेटे की मौत हो गई. बेटे की मौत के बाद भाई-भाभी का रो-रोकर हाल बेहाल है. इधर, बच्ची की हालत भी बिगड़ने लगी तो दोबारा फिर सीएचसी लेकर गए. इस पर सीएचसी प्रभारी ने दोबारा से एंबुलेंस से एसएन के लिए भेज दिया. हुसैन ने बताया कि एसएन मेडिकल कॉलेज में फिर से स्टॉफ ने भर्ती करने में आनाकानी की तो उन्हें बताया कि बेटा की मौत हो चुकी है. आप ने उसे भी भर्ती नहीं किया था. कहा कि मैं यहां से बच्ची को लेकर नहीं जाऊंगा. इस पर उसे भर्ती करके उपचार शरू किया.

SNMC News: एंबुलेंस से शिशु भेजे थे एसएन (Babies were sent to SN by ambulance)
बाह के सीएचसी प्रभारी (Dr. Jitendra Verma, CHC in-charge of Bah) डॉ. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि हुसैन दोनों शिशुओं को लेकर सीएचसी आया तो दोनों शिशु को प्राथमिक इलाज देकर सरकारी एंबुलेंस से एसएन के एसएनसीयू भेजा था. शनिवार की सुबह हुसैन दोनों बच्चों को लेकर फिर आया था. जिसमें एक की मौत हो चुकी थी. दूसरे को फिर से एंबुलेंस से एसएन रेफर किया. परिजन का कहना है कि शुक्रवार को शिशुओं को एसएन मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू में भर्ती नहीं किया था.
SNMC News: अधिकारी बोले- करा रहे हैं जांच (Officials said- we are investigating)
एसएन मेडिकल कॉलेज के (Principal of SN Medical College) प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि एसएन के एसएनसीयू में दोनों शिशुओं को भर्ती क्यों नहीं किया ? ये पूरा क्या मामला है? इसकी जांच करा रहे हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई तय होगी. इधर, आगरा सीएमओ (Agra CMO Dr. Arun Srivastava) डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एंबुलेंस स्टॉफ को संबंधित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने की जिम्मेदारी होती है. एंबुलेंस स्टॉफ शिशुओं को बिना भर्ती कराए कैसे लौट आए ? इसकी जांच कराई जा रही है.