आगरा, उत्तर प्रदेश.
उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की टीम ने बेड पर आए और चलने फिरने में असमर्थ मरीज की क्रिटिकल सर्जरी की है. जबिक, मरीज की कूल्हा डैमेज था. किडनी फेल हो गई थी. ऐसे में मरीज और उनके परिजन ने उन्हें तमाम हॉस्पिटल और चिकित्सक को दिखाया था. मगर, वो पैरों पर खड़े नहीं हो पए. इस पर मरीज आगरा के उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में डॉक्टर्स को दिखाया. ऐसे ही दो और मरीज आए.जिनके घुटने घिस गए. जिससे ही चलना तो दूर खड़ा होना मुश्किल है. ऐसे में मरीज हड्डी और जोड़ प्रत्यारोपण के क्षेत्र में अग्रणी उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने किफायती और बेहतर ट्रीटमेंट दिया. जिससे मरीज की समस्या दूर हो चुकी है.
उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ दुबे के नेतृत्व में ऐसी जटिल सर्जरियां की गईं. जिनमें मरीजों को नया जीवन मिला है. खास बात यह है कि दर्जनों मरीज दिल्ली और जयपुर जैसे बड़े शहरों से यहां इलाज के लिए आए. इनमें कई हार्ट पेशेंट भी थे. जिनका हड्डी जोड़ प्रत्यारोपण करना बेहद जोखिम भरा था. लेकिन, अस्पताल की विशेषज्ञ टीम ने हर चुनौती को अवसर में बदल शानदार नतीजे दिए.
हर जटिल केस बना सफलता की मिसाल
उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के डॉ. सिद्धार्थ दुबे ने बताया कि यहां आने वाले अधिकतर मरीज गंभीर जॉइंट रिप्लेसमेंट और हड्डियों की जटिल समस्याओं से जूझ रहे थे. कुछ मरीजों की दोनों किडनी फेल थीं. फिर भी उनके कूल्हे प्रत्यारोपित कर उन्हें नया जीवन दिया गया. यह उपलब्धि छोटे शहरों के मामले में मिसाल है.
तकनीक और अनुभव का बेजोड़ संगम
उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल आधुनिक चिकित्सा तकनीकों से लैस है. यहां नवीनतम प्रत्यारोपण तकनीकों, मिनिमल इनवेसिव सर्जरी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं, जिससे मरीजों की रिकवरी तेज होती है.
मरीजों का भरोसा, अस्पताल की सफलता
उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल की सबसे बड़ी सफलता मरीजों की संतुष्टि है. अब आगरा और आसपास के मरीज इलाज के लिए बड़े शहरों की बजाय यहीं भरोसेमंद उपचार पा रहे हैं. डॉ. सिद्धार्थ दुबे और उनकी टीम की वजह से आगरा के उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में हड्डी और जोड़ प्रत्यारोपण की बेहतर सुविधा मिल रही है.