आगरा (उत्तर प्रदेश) .
Swine flu enters Agra: उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू (Swine flu) की एंट्री हो चुकी है. फिरोजाबाद समेत कई जिलों में स्वाइन फ्लू में मरीज मिल चुके हैं. अब आगरा में मुजफ्फरनगर की एक महिला में स्वाइन फ्लू (influenza H1N1) की पुष्टि हुई है. महिला अपनी बेटी के घर आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में आई थी. जब उसकी निजी लैब में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है. जिस पर महिला को रविवार को निजी अस्पताल से एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. जहां पर डॉक्टर्स की टीम महिला का आक्सीजन सपोर्ट पर रखकर उपचार कर रहे हैं. महिला के इलाज में लगे डॉक्टर्स और कर्मचारियों की अलग से टीम लगाई गई है. जो मास्क और ग्लव्स पहन कर उपचार कर रही है. इस बारे में एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि, चार साल बाद आगरा में पहला influenza H1N1 (स्वाइन फ्लू) का मामला आया है. मरीज की अब एसएन मेडिकल कॉलेज (SN Medical College) में जांच कराई जाएगी. इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे दी है.
आगरा के सीएमओ (CMO) डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, मुजफ्फर नगर निवासी 55 वर्षीय महिला सात दिन पहले आगरा आई थी. जो सिकंदरा क्षेत्र में अपनी बेटी के घर पर रही थी. महिला को कई दिन पहले बुखार आया था. जब बुखार नहीं उतर रहा था. जिस पर महिला को परिजन ने तीन दिन पहले हरीपर्वत क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. महिला तेज बुखार के साथ ही सांस लेने में परेशानी और निमोनिया से ग्रसित थी. जब उसकी निजी लैब से स्वाइन फ्लू की जांच कराई तो रविवार दोपहर दो बजे महिला के स्वाइन फ्लू (इन्फ्लूएंजा एच 1 एन 1) में चपेट में आने की पुष्टि हुई. इस पर निजी अस्पताल से महिला मरीज को एसएन इमरजेंसी के आइसोलेशन रूम में भर्ती करके आक्सीजन सपोर्ट पर रखकर उपचार किया जा रहा है. महिला मरीज को टेमीफ्लू दी जा रही है.

परिजन और डॉक्टर्स जांच कराई जाएगी
आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि महिला मरीज के परिजन से अपील है कि, मास्क लगाकर रहें. आज मरीज के मुंह और नाक से स्लैब लेकर एसएन की माइक्रोबायोलाजी लैब में जांच कराई जाएगी. इसके साथ ही मरीज के संपर्क में आए परिजन समेत अन्य लोगों की जांच कराई जाएगी. इसके साथ ही महिला का उपचार करने वाले डॉक्टर्स समेत कर्मचारियों की भी जांच कराई जाएगी. जिससे संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके.
मरीज की जानकारी नहीं देने पर लैब का पंजीकरण होगा निरस्त
बता दें कि फिरोजाबाद के दो मरीजों में आगरा की निजी लैब की जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी. इसमें से एक मरीज की मौत हो गई थी. मगर, निजी लैब और हॉस्पिटल संचालक ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं दी गई थी. इस बारे में सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि निजी लैब को स्वाइन फ्लू संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने पर नाम समेत अन्य ब्योरे देने, पुष्टि होने पर सैंपल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसा न करने पर लैब का पंजीकरण निरस्त किया जाएगा. जिन भी हॉस्पिटल में इस बीमारी के संदिग्ध मरीज भर्ती हों तो उनकी जानकारी संचालकों को देनी है. इनके खिलाफ भी ब्योरा न देने पर कार्रवाई की जाएगी.

सन 2019 में मिले थे 227 मरीज
आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि आगरा में 2019 में सबसे ज्यादा 227 स्वाइन फ्लू के मरीज मिले थे. इसके बाद कोरोना का संक्रमण फैला. स्वाइन फ्लू के केस आना बंद हो गए थे. जनता से अपील से है कि, यदि कोई संदिग्ध मरीज है तो कंट्रोल रूम का नंबर 0562 2600412 पर कॉल करें.
छह फीट दूरी तक खतरा
एसएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलाजी विभाग के एचओडी डॉ. अंकुर गोयल ने बताया कि स्वाइन फ्लू संक्रमित के मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रापलेट से संक्रमण फैलता है. इस बीमारी से संक्रमित मरीज के मुंह से निकलने वाली सूक्ष्म बूंदों से छह फीट तक बीमारी फैलने का खतरा है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
- ए – मामूली खांसी-जुकाम बुखार
- बी 1 – तेज बुखार, सर्दी जुकाम
- बी 2 – खांसी जुकाम व तेज बुखार
- सी सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, लिवर में समस्या।