रिसर्च में ब्रिटेन में रहने वाले 72083 लोगों के डाटा लिया गया. जिसमें प्रतिभागियों की उम्र 55 वर्ष से अधिक थी. रिसर्च की शुरुआत में उन्हें मनोभ्रंश नहीं था. शोध में यह जानने की कोशिश की गई कि, लोगों ने प्रतिदिन कितने ग्राम अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ का सेवन किया.