डीएम आगरा की ओर से पत्र जारी किया गया है. जिसके जरिए सभी ग्राम प्रधानों से अपील की है कि, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत की बैठक और ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति (वीएचएसएनसी) की बैठक में लोगों को मानसिक स्वास्थ्य विषयक समस्या पर चर्चा करें.
एम्स की रिसर्च के मुताबिक, 28 फीसदी मानसिक रोगी उपचार के लिए पहली बार में आयुर्वेद डॉक्टर्स के पास पहुंचते हैं. इसके साथ ही 12 फीसदी मनोरोगी ही मनोचिकित्सकों के बजाय एलोपैथी के दूसरे डॉक्टर्स के पास उपचार करने पहुंचते हैं.