नई दिल्ली.
देश की महिलाओं में मोटापा, खानपान और खराब जीवनशैली ही रक्तचाप (blood pressure) के लिए जिम्मेदार नहीं है. महिलाओं में बढते ब्लड प्रेशर (blood pressure) की वजह लैंगिक अपराध भी है. जिसमें घरेलू हिंसा, ज्यादा बच्चे पैदा करना भी एक बडा कारण है. इससे भी महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ा…
आगरा : अग्रवाल युवा संगठन व महाराजा अग्रसेन सेवा समिति की ओर से डॉ. राम मनोहर लोहिया जयन्ती पर लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. जिसमें 3247 मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लिया. चिकित्सा शिविर में शहर के 14 वरिष्ठ डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दीं. चिकित्सा शिविर में सबसे अधिक मरीज…
अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से एक ही छत के नीचे गर्भवती की डिलीवरी, नवजात और प्रसूताओं को बेहतर उपचार मिलेगा.
H3N2 वायरस से सबसे ज्यादा 65 और उससे अधिक उम्र के लोगों, पांच साल से छोटे बच्चों और गर्भवती को फ्लू का जोखिम अधिक होता है. इसके अलावा जो लोग अस्थमा, डायबिटीज और हृदय रोग से पीड़ित हैं.
दिल्ली एम्स की एक रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. देश में लोगों का बीएमआई सही है. मगर, कोरोना के बाद से लोगों में मोटापा बढ़ा है. पेट पर चर्बी जमा होने से पेट गोल होकर आगे निकल आया है. जो, लिवर, किडनी और दिल की सेहत के लिए सही नहीं है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आगरा की ओर से रविवार को शहर के छह पार्कों में जन जागरूकता अभियान चलाया गया. जिसमें डॉक्टर्स होली पर स्वस्थ और सुरक्षित रहने के टिप्प दिए.
आगरा.
आज देखा जाए तो फिशर के मरीजों में 10 प्रतिशत बच्च और किशोर हैं. जिनकी उम्र 5 से 18 साल हैं. इनमें चार प्रतिशत बच्चे और किशार की सर्जरी तक करनी पड़ रही है. आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित कलाकृति ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस आॅफ कोलो प्रोक्टोकालोजी वर्ल्डकॉन 2023 में दूसरे दिन…
टोमैटो फ्लू से घबराने की बात नहीं है. क्योंकि, इस बीमारी से पीड़ित 95 से अधिक घर पर ही ठीक हो जाते हैं.
अभियान में प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिलाओं तक आयरन, कैल्शियम, एलबेंडाजोल, व फोलिक एसिड की उपलब्धता और दवाओं का सेवन सुनिश्चित करने का कार्य होगा.
मां के दूध में कैल्शियम के साथ तमाम विटामिन और मिनरल होते हैं. जो नवजात या शिशु के की सेहत के लिए बेहद जरूरी होते हैं. स्तनपान से जहां महिलाओं को मातृत्व की सुखद अनुभूति होती है. तो उनके दूध से शिशु को एंटीबॉडीज मिलती हैं. जो इम्युनिटी बूस्टर होती हैं.