ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में दिल्ली एम्स का एक रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ है. जो भारत समेत दुनियाभर के लोगों में कोरोना संक्रमण के बाद होने वाली पेट से जुड़ी बीमारियों पर की गई स्टडी पर आधारित है.
जो गर्भवती कोरोना संक्रमित हुई हैं. उनके गर्भस्थ शिशु में यह जोखिम छह प्रतिशत तक अधिक मिला है. वहीं, उन महिलाओं में जिनमें शुरुआती समय जब में गर्भावस्था जाहिर नहीं होती तो ऐसे समय में शिशुओं की विकास दर में देरी का जोखिम तीन प्रतिशत मिला.