हमें कान या नाक की बीमारियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए. छोटी बीमारियां बाद में जो घाव बनाती हैं. जिससे संक्रमण ऊपर की ओर फैलता है. यही संक्रमण आगे चलकर आंख और दिमाग को संक्रमित कर देता है.
आगरा में यूपी एसोसिएशन ऑफ़ ओरहिनोलैरिंगोजिस्ट्स ऑफ इंडिया की UPAOICON-23 में ईएनटी विशेषज्ञ जुटे हैं. आगरा में तीन दिन तक नाक, कान और गला सम्बन्धी बीमारियॉं पर मंथन किया जा रहा है.