आज बदलती लाइफस्टाइल और खानपान का सीधा असर सेहत पर पड़ रहा है. अभी गर्मियों का मौसम है. इस मौसम में सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए. गर्मियों की डाइट हेल्दी होनी चाहिए. हमें अनहेल्दी चीजों के सेवन से बचना चाहिए.
गर्भनिरोधक गोलियों से अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाव हो जाता है. मगर, ये गर्भनिरोधक गोलियां शरीर पर कई दुष्प्रभाव डालती हैं. mobycapsule.com के आर्टिकल में आप गर्भनिरोधक गोलियों के दुष्प्रभाव (side effects of contraceptive pills) जानेंगे.
आईब्रो (Eyebrows) के बीच पिम्पल्स का निकलना तकलीफ देता है. इससे जहां चेहरे की चमक कम होती है तो सिर दर्दी भी बढ़ जाती है. हम आपको इस आर्टिकल में दानों से छुटकारा पाने के आसान उपाय बताने जा रहे हैं.
आपका गलत तरह से सोना, उठना और बैठना भी पीठ की समस्याएं पैदा कर सकता है. जब आप व्यायाम करेंगे. या कोई काम करेंगे तो परेशानी लगेगी. पीठ में दर्द महसूस होगा. पीठ से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान योगासन (Yogasana for backache) है. जो न सिर्फ आपको दर्द में राहत देगा, बल्कि परेशानी भी…
Tomato Flu Kerala: बच्चों पर कहर ढा रहा टोमैटो फ्लू, जानें एक्सपर्ट ये बता रहे लक्षण और बचाव के उपाय
केरल में बच्चों के हाथों में गहरे लाल रंग के फफोले दिखाई देते हैं. इस बीमारी की चपेट में ज्यादातर 5 साल से छोटे बच्चे हैं. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि, टोमैटो फ्लू से बच्चों को बचाने के लिए उनकी स्वच्छता पर ध्यान दें और उनके हाइड्रेटेड रहने पर ध्यान दें.
यदि आपने वेट लॉस करने का मन बना लिया है तो यह आर्टिकल आपके लिए है. एक्सरसाइज के अलावा आप गुनगुना पानी से भी वेट लॉस कर सकते हैं. मगर, गर्मियों में गर्म की बजाय गुनगुना पानी पिएं तो वेट लॉस समेत अन्य फायदे भी होंगे.
आज के दिन यानी 16 मई को देशभर में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है. आज के दिन आमजन को डेंगू के डंक से बचाने के लिए जागरुक किया जाता है. इस साल इसकी थीम डेंगू इज प्रिवेंटेबलःलेट्स ज्वॉइन हैंड्स यानि डेंगू की रोकथाम संभव है, आओ हाथ बढ़ाएं रखी गई है.
. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उपचार के बाद डिसचार्ज किए मरीज को पुन भर्ती कराया और उन्होंने प्राचार्य डॉ. प्रशाांत गुप्ता को निर्देश दिए कि, अव्यवस्थाएं जल्द सुधार लें. इलाज में लापरवाही और मरीजों के साथ गलत व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
सीटीजी आम तौर पर गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में कराया जाता है. यह एक सामान्य टेस्ट है. जिसमें दर्द नहीं होता और न ही शरीर में अंदर कुछ डाला जाता है. यह जांच गर्भावस्था के दौरान शिशु की स्थिति जानने के लिए होती है.
भीषण गर्मी और हीट वेव से बच्चे, युवा, महिला, पुरुष और बुजुर्ग सभी परेशान हैं. ऐसे में छह माह से छोटे शिशु का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. क्योंकि, वो अपनी पीडा किसी से साझा नहीं कर सकते हैं. हीट वेव के प्रकोप से शिशुओं को बचाने के लिए आसान उपाय हैं.