देश में सबसे पहले सन 2005 में जापान से आयतित जेई का टीका पहली बार लगाया गया था. सन 2011 में इसे देश के 13 राज्यों के 181 जिलों में नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया. तब सिंगल डोज लगती थी.
H3N2 वायरस से सबसे ज्यादा 65 और उससे अधिक उम्र के लोगों, पांच साल से छोटे बच्चों और गर्भवती को फ्लू का जोखिम अधिक होता है. इसके अलावा जो लोग अस्थमा, डायबिटीज और हृदय रोग से पीड़ित हैं