केंद्र और यूपी सरकार की जारी गाइडलाइन में इन्फ्लूएंजा (H3N2) पीड़ितों के ट्रीटमेंट में कोविड प्रोटोकाल का पालन किया जाय. श्वसनतंत्र पर संक्रमण के लक्षणों को गंभीरता से लिया जाए. ऑक्सीजन लेवल 90 या कम होने पर तत्काल एडमिट हों.
नई दिल्ली.
कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर में तेजी से इन्फ्लूएंजा ए के एच 3एन2 (H3N2 ) वायरस पैर पसार रहा है. देश में हर दिन अस्पतालों में H3N2 के मरीजों की संख्या बढ रही है. विशेषज्ञों की मानें तो एच3एन2 वायरस सबसे ज्यादा घातक श्वांस रोगी और और बुजुर्गों के लिए है. इंडियन…
H3N2 वायरस से सबसे ज्यादा 65 और उससे अधिक उम्र के लोगों, पांच साल से छोटे बच्चों और गर्भवती को फ्लू का जोखिम अधिक होता है. इसके अलावा जो लोग अस्थमा, डायबिटीज और हृदय रोग से पीड़ित हैं.