UP News: बदायूं के जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में सुविधा नहीं होने से भर्ती चार गंभीर नवजात शिशु की जान चली गई. डॉक्टर्स का दावा है कि सीपैप और वेंटिलेटर सपोर्ट के लिए नवजात शिशुओं को बेहर उपचार के लिए रेफर किया था.
UP News: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के सरकारी अस्पताल में बच्चे की मौत के मामले की जांच शुरू हो गई है. परिजनों का आरोप है कि एसएनसीयू में तैनात स्टाफ मोबाइल में बात और गेम खेलने में मस्त था. इस दौरान मशीनों का तापमान अधिक हो गया. जिससे ही दोनों नवजात की मौत हो…
मां के दूध में कैल्शियम के साथ तमाम विटामिन और मिनरल होते हैं. जो नवजात या शिशु के की सेहत के लिए बेहद जरूरी होते हैं. स्तनपान से जहां महिलाओं को मातृत्व की सुखद अनुभूति होती है. तो उनके दूध से शिशु को एंटीबॉडीज मिलती हैं. जो इम्युनिटी बूस्टर होती हैं.
यह खबर हर कपल्स के लिए है. जो मां-बाप बनने का सपना देख रहे हैं या जल्द ही माता-पिता बनने जा रहे हैं. या जिन कपल्स को डॉक्टर ने समय से पहले डिलेवरी से प्रीमैच्योर नवजात की आशंका जताई है. वो अपने प्रीमैच्योर नवजात को कंगारू मदर केयर से ‘संजीवनी’दे सकते हैं.
भीषण गर्मी और हीट वेव से बच्चे, युवा, महिला, पुरुष और बुजुर्ग सभी परेशान हैं. ऐसे में छह माह से छोटे शिशु का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. क्योंकि, वो अपनी पीडा किसी से साझा नहीं कर सकते हैं. हीट वेव के प्रकोप से शिशुओं को बचाने के लिए आसान उपाय हैं.
यदि आप हाल में ही नई मां बनी हैं तो यह खबर आपके लिए है. क्योंकि, पहले तो मां बनने अनुभव खास हुआ. अब प्रसव के बाद ब्रेस्टफीडिंग का अनुभव बहुत ही खास होता है. मगर, कई ऐसी मां होती हैं. जिन्हें ब्रेस्टफीडिंग कराने में दिक्कत आती है. क्योंकि, शिशु न दूध पीना जानता है…
घर में किलकारी गूंजी है. अब नन्हीं जान की देखभाल बहुत जरूरी है. इसमें सबसे अहम नवजात को मां का दूध पिलाना है. नन्हीं जान सोती बहुत है. ऐसे में उसे मां का स्तनपान कराने के लिए जगाना जरूरी है. क्योंकि, नन्हीं जान अपनी परेशानी न किसी को बता सकते हैं और न ही से…