आगरा.
देश और दुनियां में तेजी से फिशर, पाइल्स, फिस्टुला, कोलन कैंसर की समस्याएं बढ़ रही हैं. ऐसे में जरूरत है कि, नई तकनीकी से सर्जन्स को ट्रेंड किया जाए. आगरा में आयोजित वल्र्डकाॅन 2023 में आईएससीपी ने तीन वर्ष में 20 हजार सर्जन्स को सर्जरी की नई तकनीकि में ट्रेंड करने की योजना बनाई…
आगरा.
आज देखा जाए तो फिशर के मरीजों में 10 प्रतिशत बच्च और किशोर हैं. जिनकी उम्र 5 से 18 साल हैं. इनमें चार प्रतिशत बच्चे और किशार की सर्जरी तक करनी पड़ रही है. आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित कलाकृति ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस आॅफ कोलो प्रोक्टोकालोजी वर्ल्डकॉन 2023 में दूसरे दिन…
आगरा में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस आफ कोलो प्रोक्टोकालोजी में नई तकनीकी पर चर्चा की गई. जिसमें बताया गया कि, भारत में मात्र 20 फीसदी सर्जन की नई तकनीकी का प्रयोग कर रहे हैं.
आगरा.
आज युवाओं में प्रोक्टोलॉजी डिसआर्डर मलाशय और मलद्वार, गुदा बढ़ रहा है. ऐसे मामले आईटी इंडस्ट्री से जुड़े युवाओं में सबसे ज्यादा हैं. इसकी वजह युवाओं के आठ से 10 घंटे तक बैठकर काम करना है. इससे उनमें यह समस्या ज्यादा हो रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि, बदली जीवनशैली, धूम्रपान, मसालेदार खाना…