TB Mukt Bharat Abhiyan में अब सीएचओ अहम भूमिका निभाएंगे. इसको लेकर जिला क्षय रोग केंद्र मथुरा पर सीएचओ का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ. जिमसें मांट, नौझील, गोवर्धन, बलदेव और फरह ब्लॉक के स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रतिभाग किया.
मथुरा, उत्तर प्रदेश.
TB Mukt Bharat Abhiyan: पीएम मोदी के टीबी मुक्त भारत अभियान अब सीएचओ अहम भूमिका निभाएंगे. इसको लेकर यूपी के मथुरा में जिला क्षय रोग केंद्र पर मांट, नौझील, गोवर्धन, बलदेव और फरह ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसका उद्देश्य प्राथमिक स्तर पर क्षय रोग (टीबी) की शीघ्र पहचान, समुचित उपचार और रोग निवारण पर जोर देना है. प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसपी राठौर ने की.

बता दें कि पीएम मोदी का देश को टीबी मुक्त करने के लिए (TB Mukt Bharat Abhiyan) शुरू किया गया है. जिसको लेकर प्रदेश में सीएचओ की भूमिका पर कार्य किया जा रहा है. इसके लिए मथुरा जिले में ही प्रशिक्षण सत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आगरा क्षेत्रीय सलाहकार डॉ. मानस शर्मा, जिला पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी और जिला कार्यक्रम समन्वयक शिव कुमार ने संयुक्त रूप से सीएचओ को प्रशिक्षण प्रदान किया. प्रशिक्षण के दौरान सीएचओ को संभावित क्षय रोगियों की पहचान की प्रक्रिया, जांच के उपरांत पुष्टि, रोगियों के समुचित उपचार की व्यवस्था और उपचार के दौरान शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी गई.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आगरा क्षेत्रीय सलाहकार डॉ. मानस शर्मा ने सीएचओ को टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी (टीपीटी) की प्रक्रिया, लाभार्थियों के चयन मानदंड और वर्तमान में चल रहे 100 दिवसीय सघन क्षय रोगी खोज अभियान की कार्ययोजना से अवगत कराया गया. प्रशिक्षण में जोर दिया गया कि सीएचओ अपनी ओपीडी व कार्यक्षेत्र में अधिक से अधिक संभावित क्षय रोगियों की पहचान कर उन्हें शीघ्र जांच व उपचार के लिए संबंधित क्षय रोग केंद्रों पर संदर्भित करें. प्रशिक्षण में हिमांशु, सतीश, सोनू, अखिलेश दीक्षित, मुनीश, अर्जुन समेत सभी संबंधित ब्लॉकों के सीएचओ सक्रिय रूप से उपस्थित रहे.