Tele ICU News: बता दें जिले के अस्पतालों को अत्याधुनिक मशीनों से हाइटेक किया जा रहा है. मगर, अभी तक मरीजों को मिलने अत्याधुनिक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं.
फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
Tele ICU: यूपी के सुहागनगरी Firozabad News में सौ शैय्या (100 bed) में टेली आईसीयू (Tele ICU) शुरू नहीं होने मरीज परेशान हैं. मरीजों की सुविधा के लिए लाखों रुपये की त्याधुनिक मशीनें मंगवाई गईं. जो तीन माह से धूल फांक रही हैं. क्योंकि, टेली आईसीयू में तैनात होने वाले डॉक्टर्स और कर्मचारियों की ट्रेनिंग नहीं हुई है. इतना ही नहीं, मशीनों के संचालन के लिए तकनीशियन की तैनाती नहीं हुई है. यही वजह है कि टेली आईसीयू के अभाव में गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चों (children) को जिले से रेफर कर दिया जाता है. सलाह दी जाती है कि हायर सेंटर ले जाएं. यहां पर अभी विशेषज्ञ चिकित्सक और अत्याधुनिक मशीन काम नहीं कर रही हैं.
जिले के मेडिकल कॉलेज में 50 से 60 बच्चे भर्ती होते हैं. जिनमें से गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चों के इलाज के लिए 12 बैड का पीकू वार्ड भी बनाया है. जहां सिर्फ गंभीर बच्चों को भर्ती किया जाता है .
Tele ICU: गंभीर बच्चों को उचपार की जगह रेफर (Tele ICU: Serious children referred instead of higher)
बता दें कि जिले के मेडिकल कॉलेज में कई बार स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर बच्चों को हायर सेंटर बेहतर उपचार के लिए रेफर कर दिया जाता है. इस दौरान कई बार गंभीर बीमार बच्चों की रास्ते में ही मौत हो गई. बच्चों की मौत और बेहतर उपचार को लेकर ही शासन ने 100 बैड अस्पताल में टेली आईसीयू बनाने के लिए अत्याधुनिक मशीन भेजी थीं. इसमें अत्याधुनिक कैमरा, कंप्यूटर और उपकरण शामिल हैं.

तीन माह से धूल फांक रही मशीनें (Machines gathering dust for three months)
बता दें जिला अस्पताल में टेली आईसीयू के लिए मंगवाई गई मशीन के सामने बच्चों को लेटाकर विशेषज्ञ चिकित्सक उसे देख सकेंगे. जिससे विशेषज्ञ चिकित्सक बीमार बच्चे की हालत देखकर उपचार किया जाएगा. लेकिन, इसके लिए मंगवाई गई अत्याधुनिक मशीन जून माह धूल फांक रही है. इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि अभी शासन से टेली आईसीयू में काम करने वाले कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई जाएगी. मगर, अभी तक ट्रेनिंग नहीं होने की वजह से मशीन का संचालन शुरू नहीं हो सकेगा.
कर्मचारियों को ट्रेनिंग कराई जाएगी (Employees will be trained)
मेडिकल कालेज के बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. एलके गुप्ता बताते हैं कि, टेली आईसीयू की सुविधा जिले में शुरू होली है. जिसके लिए उपकरण आ गए हैं. इस टेली आईसीयू में तैनात कर्मचारियों को अभी ट्रेनिंग नहीं दी गई है. हम शासन से गाइडलाइन आने का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही सरकार से गाइड लाइन आएगी. वैसे ही जल्द ही उपकरणों स्थापित करके कार्य शुरू कर दिया जाएगा. मरीजों को हायर सेंटरों के विशेषज्ञ चिकित्सकों से ऑनलाइन उपचार की व्यवस्था की जा रही है.