नई दिल्ली.
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन (यूएमएसओएम) बाल्टीमोर के वैज्ञानिकों ने ब्रेन स्ट्रोक को लेकर एक शोध किया है. जिसमें दावा किया गया है कि, ‘ए’ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को कम उम्र में ब्रेन स्ट्रोक होने की संभावना ज्यादा होती है. जबकि, बाकी ब्लड ग्रुप की तुलना में ‘ओ’ ग्रुप वाले लोगों में ऐसा होने का जोखिम सबसे कम पाया गया.

बता दें कि, यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन (यूएमएसओएम) बाल्टीमोर के शोधकर्ताओं ने ‘ पीयर रिव्यूड मेडिकल जर्नल न्यूरोलॉजी’ में प्रकाशित एक लेख में ब्लड ग्रुप को कम उम्र में स्ट्रोक के जोखिम से जोड़ा है. शोधकर्ताओं ने बताया कि, ‘ए’ ब्लड ग्रुप वाले लोगों में अन्य ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में कम उम्र में स्ट्रोक होने का खतरा 18 प्रतिशत ज्यादा था. जबकि, ‘ओ’ ब्लड ग्रुप वाले लोगों में यह जोखिम 12 प्रतिशत से कम था.
कम उम्र में स्ट्रोक आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी
शोध के सह प्रमुख इन्वेस्टिगेटर स्टीवन जे किटनर, एमडी एमपीएच (यूएमएसओएम) में न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर और मैरीलैंड मेडिकल सेंटर यूनिवर्सिटी के न्यूरोलॉजिस्ट ने बताया कि, कम उम्र में स्ट्रोक आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. इन लोगों के मरने की संभावना ज्यादा है. और बचे लोगों को संभावित रूप से दशकों तक विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है.
कब होता है ब्रेन स्ट्रोक
जब दिमाग के एक हिस्से में ब्लड पहुंचना बंद होने पर ब्रेन स्ट्रोक होता है. यह रक्त वाहिका के फटने या दिमाग की नसों में खून बहना रुकने ब्लॉकेज के कारण हो सकता है. स्ट्रोक से होने वाला नुकसान इस बात पर निर्भर करता है कि, मस्तिष्क का कौन सा हिस्सा प्रभावित है. और मरीज को कितनी जल्दी चिकित्सा देखभाल मिलती है.