UG NEET-2025: MBBS में प्रवेश को लगाया फर्जी प्रमाणपत्र, आगरा डीएम के फर्जी हस्ताक्षर से जारी किया गयाUG NEET 2025: फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में यूजी नीट 2025 की काउंसलिंग में फर्जी प्रमाण पत्र से दाखिला लेने का मामला सामने आया है. आगरा डीएम के फर्जी हस्ताक्षर से मुकदमा जारी कराया है. अब फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वाली छात्रा के खिलाफ मुकदमे की तैयारी है.
आगरा/ फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश.
UG NEET 2025: यूजी नीट 2025 की प्रथम काउंसलिंग में एक छात्रा के स्वतंत्रता संग्राम सैनानी के आश्रित का फर्जी दस्तावेज लगाने का मामला सामने आया है. फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इसकी आगरा जिला प्रशासन से मामले की जांच कराई तो स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. जिस पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने छात्रा के खिलाफ विधिक कार्रवाई के लिए फिरोजाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है.
बता दें कि यूजी नीट 2025 के पहले चरण की काउंसिलिंग में आगरा के आजाद नगर निवासी छात्रा साखी विश्वास को अनुसूचित जाति की सब कैटेगरी स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित में 14 अगस्त को सीट आवंटित हुई थी. फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में सीट आवंटित होने के बाद में जब छात्रा ने काउंसिलिंग के लिए अपने प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए तो जांच समिति को दस्तावेज में स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित का प्रमाण पत्र संदिग्ध प्रतीत हुआ.

UG NEET 2025: आगरा डीएम से कराई जांच
फिरोजाबाद मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ.योगेश कुमार गोयल ने प्रमाण पत्र को गंभीरता से लिया और आगरा जिलाधिकारी से प्रमाण पत्र को सत्यापन कराने की मांग की. जिस पर आगरा जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया. जिसमें स्वतंत्रता संग्राम सैनानी के आश्रित के प्रमाण पत्र फर्जी करार दिया है. जिसकी रिपोर्ट आगरा डीएम ने स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित का प्रमाण पत्र फिरोजाबाद मेडिकल कालेज प्रशासन को रिपोर्ट भेजी. जिस पर प्राचार्य डॉ. योगेश कुमार गोयल ने फिरोजाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जांच रिपोर्ट भेजकर फर्जी प्रमाण पत्र का प्रयोग करने पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को भेजा पत्र
बता दें कि छात्रा को फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद में सीट आवंटित की गई थी. जिसका प्रमाण पत्र फर्जी होने के बाद प्राचार्य ने इस संबंध में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण लखनऊ को पत्र भेज आवंटित सीट को निरस्त करने के लिए पत्र लिखा है.
जिलाधिकारी के हस्ताक्षर भी हैं फर्जी
छात्रा साखी विश्वास ने काउंसलिंग में स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित का जो प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था. उस पर आगरा के डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी के हस्ताक्षर हैं. ये पत्र 18 जुलाई की तिथि में दर्शाया गया है. जिस पर ही आगरा जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी से सत्यापन के अनुरोध किया गया. जिसके जबाव में आगरा डीएम ने उक्त प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर फर्जी करार दिया. स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के आश्रित प्रमाण पत्र स्थानीय निकाय पटल के प्रभारी अधिकारी के स्तर से निर्गत किए जाते हैं. स्थानीय निकाय पटल के स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित प्रमाण पत्र पंजिका पर इस क्रमांक पर कोई प्रमाणपत्र निर्गत नहीं किया गया है.