जयपुर (राजस्थान).
राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक नवविवाहिता इस समय खूब चर्चा में है. जिले में गुढ़ागौड़जी के गांव भोड़की की नई नवेली दुल्हन रितिका (Ritika) ने अनूठी पहल की है. रितिका ने अपनी मुंह दिखाई की रस्म में ससुर की ओर से मिले रुपए से गांव की बच्चियों के नाम एक-एक हजार की एफडी (Fixd Deposit) की है. नई नवेली दुल्हन रितिका का ससुर महेश गढ़वाल और पति विशाल ने भी इसमें पूरा साथ दिया है. रितिका, विशाल और महेश गढ़वाल ने गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 134 कन्याओं के नाम एफडी (Fixd Deposit) करवाई है.

बता दें कि, झुंझुनू जिले के गांव भोड़की निवासी महेश गढ़वाल के बेटे विशाल की 25 फरवरी-2023 को शादी हुई है. शादी के बाद जब नई नवेली बहू रितिका घर आई तो ससुर महेश गढ़वाल ने बहू रितिका को मुंह दिखाई में 1.34 लाख रुपए दिए. इसकी गांव में खूब चर्चा रही. तभी भोड़की ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्ययक्ष कैलाश डूडी ने परिवार को समाज सेवा करने की सुझाव दिया. इस पर रितिका और विशाल ने मुंह दिखाई की रकम को गांव की बच्चियों के नाम एफडी करवाई है.
यूं चुनी एफडी के लिए बेटियां
रितिका और विशाल ने एफडी (Fixd Deposit) के लिए बेटियों का चयन किया. जिसके तहत दस वर्ष से कम उम्र की लड़कियों का चयन किया गया. ये सभी गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं. इसमें 134 लड़कियां सामने आईं. जो जरूरतमंद हैं. उनके नाम एक एक हजार रुपए की एफडी कराकर सौंपी गईं. इसके लिए गांव भोड़की की श्रीजमवाय ज्योति गोशाला में कार्यक्रम रखा गया. इस अवसर पर पौधरोपण भी किया गया. इसमें ढाणी भोड़की के पूर्व सरपंच शिवराम गोदारा, अमरसिंह शेखावत, समेत अन्य उपस्थित रहे. सभी ने रितिका और विशाल के अनूंठी पहल की खूब सराहना की.
18 वर्ष की होने पर मिलेंगे 2100 रुपए
इस बारे में भोड़की ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष कैलाश डूडी का कहना है कि, जिन बालिकाओं के नाम से एफडी करवाई गई हैं. उन्हें 18 वर्ष की होने पर 2100 रुपए मिलेंगे.
बेटियों को पढ़ाएं, बाल विवाह नहीं करें
नई नवेली दुल्हन रितिका का कहना है कि, आज भी तमाम लोग अपनी बेटियों को पढ़ाते नहीं हैं. बेटियों का बाल विवाह कर देते हैं. इससे बेटियों को पूरे जीवन में परेशानियां होती हैं. मैं सभी से यह अपील करना चाहती हूं कि, बेटियों का पढ़ाने और बाल विवाह नहीं करें. इसलिए, सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली बालिकाओं के नाम एफडी कराने का निर्णय लिया था. इसके लिए गांव की सोसायटी में यह पैसे जमा कराए हैं. इससे गांव का भी विकास होगा. यह नवाचार देखकर गांव के अन्य लोग भी आगे आएंगे.