आगरा, उत्तर प्रदेश
SNMC AGRA: नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम (National Viral Hepatitis Control Program) के तहत फेस 2 में 4 दिवसीय वर्कशॉप व ट्रेनिंग एसएन मेडिकल कॉलेज (SNMC AGRA) में चल रही है. जिसमें दूसरे दिन शनिवार को स्टेट रेफरेंस लैबोरेटरी (State Reference Laboratory) और एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग (Department of Microbiology, SN Medical College Agra) में एटा, हाथरस, शाहजहांपुर, जीबी नगर और ओरैया के मॉलिक्युलर माइक्रोबायोलॉजिस्ट व लैब टेक्नीशियन ने प्रतिभाग किया. वर्कशॉप का टॉपिक Laboratory diagnosis of Viral Hepatitis including Molecular techniques for Pathologist, Microbiologist and Laboratory technicians है. जिसमें मॉलिक्युलर टेस्टिंग से हेपटाइटिस बी व सी की वायरल लोड जांच की ट्रेनिंग दी गई.
सरकार का जोर हर जिले में हेपेटाइटिस बी और सी की जांच मरीजों को फ्री कराने पर है. माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर गोयल ने वर्कशॉप का उद्घाटन ने किया. उन्होंने वर्कशॉप में पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट और लैब टेक्नीशियन को हेपेटाइटिस बी और सी के बारे में जानकारी दी. बताया कि, ये बीमारी बेहद खतरनाक हैं. इसमें लापरवाही बरतना नहीं चाहिए. इसकी जांच भी बेहतर होनी चाहिए. इसलिए, हर पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट और लैब टेक्नीशियन को RT PCR testing (open system) से हेपेटाइटिस की जांच करना आना चाहिए. हेपेटाइटिस पॉजिटिव मरीजों की वायरल लोड जांच करना ही बेहतर काम है.

SNMC AGRA: वर्कशॉप में इन्होंने दी ट्रेनिंग दी
एसएन मेडिकल कॉलेज की मीडिया प्रभारी डॉ. प्रीति भारद्वाज ने बताया कि,वर्कशॉप एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता के मार्गदर्शन में चार दिवसीय वर्कशॉप हो रही है. वर्कशॉप में माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर गोयल, प्रभारी अधिकारी डॉ. आरती अग्रवाल, डॉ. प्रीति भारद्वाज, डॉ० प्रज्ञा शाक्य, डॉ. पारुल गर्ग और डॉ. विकास ने प्रतिभागियों को ट्रेनिंग में टिप्स दिए.
क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम की ट्रेनिंग (Training of Quality Management System)
वर्कशॉप के दूसरे दिन प्रभारी अधिकारी डॉ. आरती अग्रवाल ने हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के RT PCR से वायरल लोड जांचने की तकनीक बताई. उन्होंने पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट और लैब टेक्नीशियन को क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम, इन्वेंटरी मैनेजमेंट व इक्विपमेंट मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी. इसके साथ ही डॉ. पारुल ने मॉलिक्युलर तकनीक TRUNAT मशीन से हेपेटाइटिस पॉजिटिव मरीजों की वायरल लोड जांच करने के लिए हैंड्स आन ट्रेनिंग दी. जिससे लैब में जांच शीघ्र हो. इसके साथ ही डॉ. प्रज्ञा शाक्य ने ELISA और डॉ. विकास ने हेपेटाइटिस की टेस्टिंग के क्वालिटी का बेहतर प्रोसीजर्स बताया.
निशुल्क इलाज संग जांच की सुविधा (Facility of testing along with free treatment)
प्रभारी अधिकारी डॉ. आरती अग्रवाल ने बताया कि, इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य सभी जिलों में मॉलिक्युलर टेस्टिंग से हेपटाइटिस बी व सी की वायरल लोड जांच प्रारंभ करना है. जिससे मरीजों को निशुल्क जांच की सुविधा के साथ ही निशुल्क इलाज की सुविधा भी मिले. उन्होंने हैपेटाइटिस की मॉलिक्युलर टेस्टिंग के बारे में सही से समझाया. एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर गोयल ने हैपेटाइटिस पैथोजेनेसिस की जानकारी दी.