UP News: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के सरकारी अस्पताल में बच्चे की मौत के मामले की जांच शुरू हो गई है. परिजनों का आरोप है कि एसएनसीयू में तैनात स्टाफ मोबाइल में बात और गेम खेलने में मस्त था. इस दौरान मशीनों का तापमान अधिक हो गया. जिससे ही दोनों नवजात की मौत हो गई.
मैनपुरी, उत्तर प्रदेश
UP News: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में स्थित सौ शैय्या अस्पताल में 11 अक्तूबर की रात दो मासूमों (two innocent children) की मौत के मामले की जांच शुरू हो गई है. जांच के बीच परिजन का आरोप है कि एसएनसीयू (SNCU) वार्ड में अत्याधिक तापमान में बच्चे को रखने की वजह से मौत हुई है. इस बारे में पुलिस ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है. इसके बाद जांच के बाद तीन दिन में रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी. इस मामले में मैनपुरी जिलाधिकारी ने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि मैनपुरी जिले के सौ शैया अस्पताल (hundred-bed hospital located in Mainpuri) में दन्नाहार थाना क्षेत्र के गांव रठेरा निवासी अरुण कुमार के एक दिन के नवजात शिशु और बेवर थाना क्षेत्र के गांव जोगा निवासी अजीत कुमार की तीन दिवसीय नवजात पुत्री की उपचार को भर्ती कराया गया था. अस्पताल में उपचार के दोनों नवजात की 11 अक्तूबर की देर शाम मौत हो गई थी. जिससे परिजन ने हंगामा किया. उन्होंनें इस मामले में अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. इस बारे में पुलिस और अधिकारियों से शिकायत की गई थी.

UP News: स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही जांच (Health department team is investigating)
सीएमएस डॉ. शशांक ने बताया कि शिकायत के बाद इस मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है. इस बारे में टीम ने रविवार को सौ शैया अस्पताल में तैनात डॉक्टर और स्टाफ से पूरे मामले की जानकारी ली. इस मामले में रठेरा निवासी अरुण कुमार के भाई रिंकू सिंह की तरफ से दी गई तहरीर पर पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है. इस बारे में चौकी प्रभारी भांवत चौराहा आदित्य खोकर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. सोमवार को वे अस्पताल पहुंचकर पीड़ित और डॉक्टर व स्टाफ से जानकारी लेंगे.
एसएनसीयू में डॉक्टर्र भी नहीं था डयूटी पर (The doctor was also not on duty in SNCU)
रिंकू सिंह का आरोप है कि मेरे नवजात भतीजे की मौत के लिए एसएनसीयू का स्टाफ और डॉक्टर जिम्मेदार हैं. हम बार-बार बच्चे को मांगते रहे थे. बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में पूछते रहे लेकिन हर बार यही जवाब दिया गया कि बच्चा स्वस्थ है. एसएनसीयू में बच्चे की अत्यधिक तापमान में रखने के कारण मौत हुई है. उनका कहना है कि तैनात स्टाफ मोबाइल पर बात में व्यस्त था. उन्होंने बच्चे की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया. जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई. उस समय एसएनसीयू में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. तैनात डॉक्टर ड्यूटी से गायब थे.