UP News: आगरा में नारकोटिक्स टीम तीन दिन से डेरा डाले है. मगर, नशीली और अवैध दवा कारोबार में थोक दवा विक्रेता का नाम सामने आया है. अभी तक नारकोटिक्स टीम के हत्थे आरोपी नहीं चढ़ा है. आगरा में आगरा में नकली, नशे या अवैध दवाओं के सिलसिले में पहले ही दूसरे राज्यों की पुलिस और नारकोटिक्स की टीम छापेमारी करती रही हैं.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
UP News: नारकोटिक्स ड्रग एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) की टीम ने आगरा में नुनिहाई से नशीली और अवैध दवाओं समेत तीन लोगों को पकड़ा था. एनडीपीएस, पुलिस और औषधि विभाग ने नशीली और अवैध दवाओं का नेटवर्क खंगालना शुरू किया. जिस पर एनडीपीएस टीम ने फव्वारा स्थित कम्मूटोला (UP News) का थोक कारोबारी के यहां पर छापा मारा.मगर, थोक कारोबारी नहीं मिला है. शनिवार से आगरा में एनडीपीएस की टीम डेरा डाले है. उसने नुनिहाई से नशीली और अवैध दवाओं समेत तीन लोगों को पकड़ा था। टीम ने औषधि विभाग को भी साथ में नहीं लिया।
बता दें कि आगरा के नुनिहाई क्षेत्र में शनिवार दोपहर बरेली से आई एनडीपीएस टीम ने एक आटो पकड़ा था. जिसमें बेलनगंज निवासी गौरव अग्रवाल समेत तीन लोग सवार थे. आटो में कोडेक्स सीरप की 800 शीशियां, एटविन-2 एमजी की 72 हजार गोलियां और प्रैक्सयो स्पास के 2400 कैप्सूल बरामद किए गए हैं. सीरप खांसी, टैबलेट और कैप्सूल नींद और दर्द में काम आते हैं. एनडीपीएस और पुलिस की पूछताछ में गौरव अग्रवाल ने बताया था कि यह माल कम्मूटोला के एक थोक कारोबारी की फर्म पर जा रहा था. जिस पर एनडीपीएस टीम जब उसे लेकर पहुंची तो संबंधित दुकान बंद मिली.
अभी तक थोक कारोबारी हाथ नहीं लगा (UP News: Wholesaler has not been caught yet)
एनडीपीएस टीम रविवार को भी फव्वारा में स्थित कम्मूटोला पहुंची तो थोक कारोबारी की दुकान पर ताला लगा था. हालांकि, कारोबारियों में दिनभर हलचल मची रही. इसके साथ ही टीम ने फव्वारे के अलावा कई ठिकानों पर छापे मारे, लेकिन कहीं से कुछ नहीं मिला है. नारकोटिक्स टीम गोपनीय तरीके से कार्रवाई कर रही है. जिसके चलते ही शनिवार को औषधि विभाग के इंस्पेक्टर को फव्वारे बुलाया गया था, लेकिन रविवार को संपर्क नहीं किया. अभी थोक कारोबारी हाथ नहीं लगा है.

किसी थाने में दर्ज नहीं कराया मुकदमा (No case registered in any police station)
बता दें कि नारकोटिक्स टीम शनिवार को गौरव अग्रवाल को लेकर एत्मादउद्दौला थाना पर पहुंची थी. उससे पूछताछ की. मगर, उसे पकड़ने, माल बरामद होने संबंधी मामला किसी भी थाना में दर्ज नहीं कराया है. नारकोटिक्स टीम ने गौरव को संबंधित अदालत में पेश करके पूछताछ के लिए अनुमति ली है. अब मुकदमा भी टीम सीधे अदालत में ही दर्ज कराएगी. इसमें पुलिस और औषधि विभाग का कतई दखल नहीं है.
लीक हो गई धरपकड़ की जानकारी (Information about the arrest has been leaked)
नारकोटिक्स टीम के सूत्रों के मुताबिक कम्मूटोला की थोक दवा विक्रेता की फर्म शुक्रवार को खुली थी. फर्म पर शनिवार से ताले लगे हैं. संभावना है कि थोक दवा फर्म के संचालक को बरेली से टीम के आने की जानकारी समय पर मिल गई थी. जिससे ही फर्म बंद करके भूमिगत हो गया है.