UP News: सेंट्रल ब्यूरो नारकोटिक्स विभाग की टीम ने आगरा में शनिवार को नशीली दवाओं का जखीरा पकड़ा था. जो आगरा से बरेली जाना था. नशीली दवाओं के साथ ही ऑटो से तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. जिससे आगरा के दवा कारोबार में खलबली मची हुई है.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
UP News: आगरा में सेंट्रल ब्यूरो नारकोटिक्स विभाग ने शनिवार को नुनिहाई क्षेत्र में खांसी और नशे में काम आने वाली दवाओं का जखीरा पकड़ा था. इस जखीरा में नारकोटिक्स की दवाइयां थीं, जो एक ऑटो से दूसरी जगह भेजी जा रही थीं. छापेमारी में नारकोटिक्स टीम ने ऑटो से गौरव अग्रवाल समेत तीन लोग पकड़े थे. जिनसे पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई हैं. नारकोटिक्स की दवाओं का जखीरा आगरा से बरेली (UP News) भेजा जाना था. मगर, इससे पहले ही ये बरामद हो गया. इससे पहले ही नारकोटिक्स विभाग ने बरेली में एक व्यक्ति से अवैध दवाइयों को पकड़ा था. जिसकी ही निशानदेही पर शनिवार को आगरा में छापामार कार्रवाई की गई थी. अब पुलिस और नारकोटिक्स की टीम यह पता करने में जुटी है कि आगरा से बरेली से ये दवाएं कहां भेजी जानी थी.
बता दें कि देश में अवैध दवाइयों का प्रयोग नशे में किया जाता है. इन दवाओं की सबसे अधिक खपत पंजाब में है. पुलिस की गिरफ्त में आए गौरव अग्रवाल ने पूछताछ में खुलासा किया है कि शहर के फुव्वारा दवा बाजार की एक फर्म से इन दवाओं को खरीदता है. इस पर नारकोटिक्स टीम ने औषधि विभाग के निरीक्षक कपिल शर्मा को बुलाया और दोपहर करीब 1:20 बजे फुव्वारा में संबंधित फर्म पर छापा मारा. मगर, वहां पर ताला लगा मिला. जिससे टीम लौट आई. पुलिस और नारकोटिक्स की टीम ने शनिवार देर रात तक गौरव अग्रवाल से पूछताछ की.

गोरखपुर में नशीली दवाओं का जखीरा जब्त हुआ था (A stock of drugs was seized in Gorakhpur)
बता दें कि छह अगस्त 2022 को गोरखपुर औषधि विभाग ने टक से कफ सीरप समेत नशीली दवाओं का जखीरा जब्त किया था. जो बांग्लादेश भेजा जा रहा था. औषधि विभाग और पुलिस की छानबीन में पता चला था कि गोविंद एंकलेव चाणक्यपुरी निवासी अमित गोयल उर्फ मोटा उर्फ तिलकधारी और उसके भाई अनुज गोयल ने नुनिहाई से दवाएं ट्रक में लोड कराई थीं. दोनों के नाम कोई लाइसेंस नहीं था. तब भी नुनिहाई में छापेमारी हुई थी.

नशीली दवाओं का यह जखीरा बरामद हुआ (This stock of drugs was recovered)
सेंट्रल ब्यूरो नारकोटिक्स की टीम ने नुनिहाई के प्रकाश नगर क्षेत्र में ऑटो से खांसी के कोडैक्स सीरप की 800 बोतलें, दिमाग को शांत करने में इस्तेमाल होने वाली एडविन 2 एमजी की 72 हजार टैबलेट, पेट दर्द में काम आने वाले प्रायक्सो स्पास के 2400 कैप्सूल बरामद किए गए. इसके साथ ही मौके से गौरव अग्रवाल और अन्य आरोपी दबोचे हैं. यह दवाएं नुनिहाई से कहीं और शिफ्ट हो रही थीं. नशीली दवााएं आगरा से बरेली जानी थीं.