UPCON-2025: आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग व एओजीएस की ओर से UPCON-2025 का आयोजन किया जा रहा है. जो 36 वीं यूपीकॉन 2025 हैं. जिसमें विशेषज्ञों ने प्रजनन, बांझपन, कॉस्मेटिक एंड स्थेटिक गाइनी, अट्रासाउंड, पीपीएच, क्रिटिकल केयर का प्रशिक्षण दिया गया.
आगरा, उत्तर प्रदेश.
UPCON-2025: उत्तर प्रदेश के आगरा में तीन दिवसीय 36वीं यूपीकॉन-2025 (UPCON-2025) कार्यशाला की शुक्रवार को शुरूआत हो गई. वर्कशॉप में पहले दिन विशेषज्ञों ने प्रजनन, बांझपन, कॉस्मेटिक एंड स्थेटिक गाइनी, अट्रासाउंड, पीपीएच, क्रिटिकल केयर पर मंथन और प्रशिक्षण दिया. विशेषज्ञों ने बताया कि देश में प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्त्राव (पीपीएच) होने से एक लाख में 90 महिलाओं का मौत होती है. अक्सर ऐसे मामलों में गंभीर हालत होने पर प्रसूता की जान बचाना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में प्रसूता का गर्भाशय तक निकालना पड़ता है. लेकिन, अब ऐसी कई नई तकनीकें (बच्चेदानी में टांके लगाना, बैलून) आ चुकी हैं. जिनकी वजह से ऐसी स्थिति में गर्भाशय बचाया जा रहा है.

एसएन मेडिकल कॉलेज के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग व एओजीएस की ओर से एक होटल में आयोजित 36वां यूपीकॉन 2025 कार्यशाला का शुभारम्भ पद्मश्री डॉ. उषा शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया. वर्कशॉप में आए अतिथियों का स्वागत आयोजन समिति की अधयक्ष डॉ. सरोज सिंह व सचिव डॉ. रिचा सिंह ने किया. अहमदाबाद से आए डॉ. महेश गुप्ता ने बताया कि भारत सरकार में पैटेंट कराई अपनी (comoc-mg) तकनीक पर व्याख्यान दिया. उन्होंने बताया कि (comoc-mg) तकनीक से गर्भाशय निकाले बिना शत प्रतिशत महिला की जान को बचाया जा सकता है. इसके लिए डॉ. महेश गुप्ता अब विदेश में डॉक्टरों को प्रशिक्षण दे रहे हैं.
UPCON-2025: ये रहे मंच पर मौजूद
वर्कशॉप में डॉ. नरेन्द्र मल्होत्रा, डॉ. जयदीप मल्होत्रा, डॉ. शीला माना, डॉ. शशिलता काबरा, डॉ. सोमिया मलिक, डॉ. स्मिता मनचंदा, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. सीके गर्ग, डॉ. नवनीत मगन, डॉ. मोइद, डॉ. नीरज जादव, डॉ. बी कल्पना मुख्य रूप से मौजूद रहीं.

UPCON-2025: क्रिटिकल केयर जैसे विषयों का अभ्यास कराया (Practiced subjects like critical care)
वर्कशॉप में विशेषज्ञों ने डमी पर प्रजनन, बांझपन, कॉस्मेटिक एंड स्थेटिक गाइनी, अट्रासाउंड, पीपीएच, क्रिटिकल केयर जैसे विषयों का अभ्यास कराया। रवि वुमैन हॉस्पीटल में एंडोस्कोपी वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में आयोजन समिति की डॉ. शिखा सिंह डॉ. निधि गुप्ता, डॉ. आरती मनोज, डॉ. सीमा सिंह, डॉ. अनुपम गुप्ता, डॉ. सुषमा गुप्ता, डॉ. पूनम यादव, डॉ. निहारिका मल्होत्रा डॉ. रत्ना शर्मा, डॉ. हेमा सडाना, डॉ. मनीषा गुप्ता, डॉ. नीलम रावत, डॉ. मोहिता पैंगोरिया, डॉ. मीनल जैन, डॉ. उर्वशी, डॉ. अनु पाठक, डॉ. अभिलाषा यादव, डॉ. आकांक्षा गुप्ता, डॉ. रत्ना शर्मा, डॉ. सविता त्यागी, डॉ. कीर्ति दुबे, भारती माहेश्वरी आदि उपस्थित थीं।
UPCON-2025: बांझपन की बढ़ रही समस्या (Increasing problem of infertility)
दिल्ली की डॉ. सोनिया मलिक ने बताया कि पिछले 15 सालों में बांझपन की समस्या तेजी से बढ़ी है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण अधिक उम्र में शादी करना है. अब बच्चे ना होने पर औसत 38 की आयु की महिलाएं डॉक्टर्स के पास पहुंच रही हैं. उम्र बढ़ने से अंडाणु का भंडार बेहद कम हो रहा है. जिससे ही गर्भधारण में समस्या आ रही है. ऐसे ही पुरुषों में शुक्राणुओं की समस्या बढ़ रही है. जिसकी वजह खान पान, तनाव और प्रदूषण है. 20 से 30 वर्ष की आयु में महिलाओं में अंडाणु की मात्रा अच्छी होती है. ये ही गर्भधारण का सही समय है.

UPCON-2025: सिर में डाई लगाने से भी बांझपन की समस्या
बैंगलूरू से आईं डॉ. शीला माने ने बताया कि सिर में डाई लगाने, कॉस्मेटिक का अत्यधिक इस्तेमाल करने से भी महिलाओं के अंडाणु पर असर पड़ रहा है. जिससे ही बांझपन की समस्या बढ़ी है. इसके साथ ही जीवनशैली में बदलाव, शारीरिक परिश्रम बंद होने से पीसीओडी की समस्या बढ़ रही है. इसके बाद में गर्भधारण में समस्या आती है.
UPCON-2025: महिला स्वास्थ के साथ जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान देना जरूरी
वर्कशॉप में आईं पद्मश्री डॉ. उषा शर्मा ने बताया कि हमें महिला स्वास्थ के साथ जनसंख्या नियंत्रण पर भी ध्यान देना होगा. भारत में विकास हो रहा है, परन्तु अनियंत्रित जनसंख्या के कारण वह प्रभावशाली नहीं हो पाता. भारत में जनसंख्या को नियंत्रत न कर पाने में बहुत बड़ा कारण वोट बैंक की राजनीति है. सरकार को बड़े परिवारों में सुविधाएं देना (फ्री राशन, नौकरी में प्रमोशन, आरक्षण) कम कर देना चाहिए. छोटे परिवार वालों को अधिक सुविधाएं मिले तो लोगों में जागरूकता बढ़ेगी.
UPCON-2025: कल डॉ. सुनीता तेंदुलवाडकर करेंगी कार्यशाला का शुभारम्भ (Dr. Sunita Tendulkar will inaugurate the workshop tomorrow)
UPCON-2025 की कार्यशाला का उद्घाटन 22 मार्च को सुबह 11.30 बजे मुख्य अतिथि डॉ. सुनीता तेंदुलवाडकर व विशिष्ठ अतिथि एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. प्रशान्त गुप्ता करेंगे. जिसमें उप्र के विभिन्न शहरों के अलावा दिल्ली, रोहतक, फरीदाबाद, जयपुर, मुम्बई, अहमदाबाद, नागपुर, चैन्नई, मनीपाल बैंगलुरु, भोपाल, इंदौर, शिमला, भुवनेश्वर से प्रख्यात विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे.