World Population Day: दुनिया की आबादी को लेकर प्यू रिसर्च सेंटर ने संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट के आधार पर विश्लेषण किया है. सन 2100 तक दुनिया की बुजुर्ग आबादी 2. 4 अरब हो जाएगी.
नई दिल्ली.
World Population Day: आज विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) है. हर साल 11 जुलाई को World Population Day मनाया जाता है. दुनिया में तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है. भारत की बात करें तो देश में जनसंख्या अभी लगातार बढ़ती रहेगी. भारत की सन 2061 में जनसंख्या 1.7 अरब तक पहुंचेगी. हालांकि, इसके बाद धीरे-धीरे देश की आबादी घटकर 1.5 अरब होने की उम्मीद है. यह दावा प्यू रिसर्च सेंटर के संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट में किया गया है.
बता दें कि विश्व जनसंख्या दिवस आज यानी शुक्रवार को मनाया जा रहा है. प्यू रिसर्च सेंटर के विश्लेषण में खुलासा हुआ है कि पिछले 75 सालों में दुनिया की आबादी तीन गुना से ज्यादा बढ़ी है. अब संयुक्त राष्ट्र को उम्मीद है कि 2100 के बीच इसमें केवल 1.9 अरब की वृद्धि होगी. यदि हम दुनिया की आबादी की बात करें तो सन 2084 में करीब 10.3 अरब पर सबसे ज्यादा होगी. फिर सदी के अंत तक आबादी घटकर 10.2 अरब रहने की संभावना है.
विश्व की अनुमानित आबादी
सन | आबादी (अरब में) |
1950 | 2.5 |
2025 | 8.2 |
2100 | 10.2 |
World Population Day: भारत में 2061 तक बढ़ेगी आबादी (India’s population will increase by 2061)
बता दें कि दुनिया की आबादी की बात करें तो सन 2025 में सबसे ज्यादा आबादी वाले देश भारत, चीन और अमेरिका हैं. जो आगे आने वाले दशकों में बहुत अलग रास्तों पर चलेंगे. भारत की अभी आबादी करीब 1.5 अरब है, जो यूं ही आगे बढ़ती रहेगी. सन 2061 तक भारत की आबादी करीब 1.7 अरब पर पहुंचेगी. इसके बाद धीरे-धीरे भारत की आबादी घटकर 2100 तक फिर से 1.5 अरब के आसपास आ जाएगी.

विश्व में सबसे ज्यादा आबादी वाले देश
देश का नाम | 2005 (वर्तमान) | 2100 (अनुमानित) |
भारत | 1.46 अरब | 1.50 अरब |
चीन | 1.41 अरब | 63.3 करोड़ |
अमेरिका | 34.7 करोड़ | 42.1 करोड़ |
चीन की आबादी में गिरावट (Decline in China’s population)
2025 में दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन में जनसंख्या वृद्धि में गिरावट आई है. जिसकी वजह चीन की आबादी में गिरावट होना है. अनुमान है कि 2100 तक चीन की आबादी घटकर सिर्फ 63.3 करोड़ रह सकती है. ऐसे ही अमेरिका की आबादी 2100 तक 42.1 करोड़ होने की संभावना है. सन 2100 तक 60% से ज्यादा बढ़ोतरी सिर्फ पांच देशों से होगी. जिसमें कांगो, इथियोपिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान व तंजानिया है.
World Population Day: बुजुर्गों की संख्या में इजाफा हो जाएगा (The number of elderly will increase)
दुनिया की आबादी तेजी से बढ़ रही है. जिसके साथ ही बुर्जुगों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है. आने वाले समय में दुनिया में औसतन बूढ़ी होती जाएगी. दुनिया की मध्यम आयु (मीडियन एज) 1950 में 22 साल थी, आज करीब 31 साल है और 2100 तक यह बढ़कर 42 साल हो जाएगी. 2100 तक 65 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या बढ़कर करीब 2.4 अरब होगी. आज यह संख्या करीब 85.7 करोड़ है. यानी बुजुर्गों की आबादी दोगुने से ज्यादा होगी. इसके साथ ही दुनिया की कुल आबादी में इन बुजुर्गों का हिस्सा 10% से बढ़कर 24% हो जाएगा. मध्यम आयु से मतलब है कि अगर आप किसी जगह के सभी लोगों की उम्र को सबसे छोटी से सबसे बड़ी उम्र तक क्रम से लगा दो, तो बीच में जो उम्र आएगी, वही मध्यम आयु कहलाएगी.