हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर आज एक आम बीमारी बन गया हे. जो एक बड़ी समस्या है. हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर की वजह खराब लाइफस्टाइल, तनाव, बढ़ती उम्र, किडनी प्रॉब्लम, एक्टिव न रहना, मोटापा जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं. mobycapsule.com ने योगाचार्य धर्मेंद्र कुमार पाराशर से विशेष बातचीत करके आर्टिकल तैयार किया है. जिसमें ऐसे तमाम योगासन के बारे में बताया गया है कि, हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर कंट्रोल किया जा सके. उन्होेंने बताया कि, हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर पहले बुजुर्गों की बीमारी थी. जो अब युवाओं को भी चपेट में ले रही है. हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए चिकित्सक से सलाह लें. अपनी जीवन शैली और खानपान में बदलाव करना चाहिए.
अगर, आप बीपी के मरीज हैं तो उससे पहले अपनी एक्टिविटी बढ़ा दें. जब आप एक्टिव रहेंगे तो ब्लड का सर्कुलेशन सही रहेगा. इसलिए हर दिन एक्सरसाइज या व्यायाम जरूर करें. योगाचार्य धर्मेद्र कुमार पाराशर बताते हैं कि, योग से बीपी कंट्रोल किया जा सकता है. इसलिए हमें शवासन, बालासन और वीरासन करने से बीपी कंट्रोल रहता है. इसलिए रोजाना बीपी के मरीजों को बीपी कंट्रोल के लिए यह आसन करने चाहिए.
शवासन
योगाचार्य धर्मेंद्र पाराशर बताते हैं कि, बीपी कंट्रोल करने के लिए शवासन करें. शवासन के लिए सबसे पहले पीठ के बल आराम से लेटना होता है. इसमें हाथों और पैरों को बगल की तरफ रखना होता है. इस योगासान में आंखें बंद रखें और दिमाग को आराम दें. इसके साथ ही इसमें नथुनों से धीरे-धीरे सांस लें और अपने पैर की उंगलियों से शुरू करके अपने शरीर के हर हिस्से पर ध्यान आकर्षित करें. सांस छोड़ें. ऐसी मुद्रा में करीब 10 मिनट तक रहें.
बालासन
योगाचार्य धर्मेंद्र पाराशर बताते हैं कि, बालासन से भी बीपी कंट्रोल होता है. बालासन से मांसपेशियों का दर्द भी ठीक होता है. बालासन के लिए अपनी पिंडली की हड्डियों पर बैठें. इस दौरान में अपने घुटनें एक साथ रखें. पैर की उंगलियां छू रही हों और एड़ी बाहर की ओर निकली हो. इसमें अपने कूल्हों पर आगे की ओर झुकें. फिर अपने कूल्हों को वापस अपने पैरों की ओर नीचे करें. इसके साथ ही धीरे से अपने माथे को फर्श पर रखें. अपनी बाहों को फैलाएं. जितनी देर हो इसी पोजीशन में रहकर गहरी सांस लें.
वीरासन
योगाचार्य धर्मेंद्र पाराशर बताते हैं कि, वीरासन से हाई बीपी के मरीजों में राहत मिलती है. वीरासन से नर्वस सिस्टम और तनाव भी कम होता है. वीरासन में जमीन पर घुटनों के बल बैठें और फिर दोनों हाथों को घुटनों पर रखना होता है. इस में एड़ियों पर हिप्स को रखें और नाभि अंदर की ओर खीचें. वीरासन करीब 30 सेकेंड तक करें. फिर 1 मिनट बाद वीरासन करें. हर दिन करीब 4 से 5 मिनट तक वीरासन करें तो हाई बीपी में फायदा होगा.