नई दिल्ली.
कोरोना महामारी की वजह से ऑनलाइन और वर्क फ्रॉम होम का कल्चर बढ गया है. वर्क फ्रॉम होम चलन लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड रहा है. क्योंकि, लोग वर्क एट होम में किसी भी मुद्रा में बैठकर काम करते हैं. लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठकर लैपटॉप पर काम करने से कमर में तेज दर्द, मस्कुलर एट्रोफी, स्पॉन्डिलाइटिस समेत अन्य बीमारियां लोगों को सता रही गहैं.

दिल्ली एम्स के हड्डी रोग विभाग के प्रो. डॉ. विवेक शंकर बताते हैं कि, कोरोना के बाद से ओपीडी में हर रोज 10 से 15 मरीज ऐसे आ रहे हैं. जो पीठ दर्द की समस्य से ग्रसित है. धीरे धीरे उनकी पीठ दर्द की समस्या विकराल हो रही है. यह सब लोगों की अपनी बैठने की मुद्रा की वजह से हुआ है. इसलिए, लोगों को ठीक मुद्रा में बैठकर काम करने की सलाह दी जा रही है. जिससे उनकी आधी परेशानी ठीक हो रही है.
अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. आशीष चौधरी बताते हैं कि, कोरोना की वजह से अधिकतर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को ऑनलाइन और वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी. जिससे कंपनी का काम प्रभावित न हो. जिन कंपनियों के कार्यालय में कर्मचारी इस दौरान गए. वे कार्यालय में काम करते समय लोग गलत में मुद्रा में बैठने लगे. इसके साथ ही वर्क फ्रॉम होम की सुविधा मिलने से लोगों ने गलत मुद्रा में बैठकर काम किया. जिससे उनमें पीठ दर्द, कमर दर्द और अन्य परेशानी सता रही हैं. उपचार करने आने वाले लोगों को सही बैठने की स्थिति बताई जा रही है. जिससे उनकी आधी बीमारी यूं ही ठीक रही है.
यूं बढ़ी दिक्कत
वर्क फ्रॉम होम में लोगों ने बेड, सोफा या छोटी कुर्सी पर गलत मुद्रा में बैठकर घंटों लैपटॉप पर काम किया.
वर्क फ्रॉम होम या कार्यालय में गलत मुद्रा से कर्मचारियों की शारीरिक स्थिति खराब हुई. जिससे परेशानी बढ़ी है. अक्सर कार्यालय में मेज और कुर्सी होने पर भी कर्मचारी गलत तरीके से बैठने काम करते हैं. जिससे कमर दर्द की शिकायतें बढी हैं.
यह दिक्कतें आ रहीं
● मस्कुलर एट्रोफी
● स्पॉन्डिलाइटिस
● स्कॉलियोसिस
● कायपोसिस
● डीजेनेरेटिव स्पाइन की बीमारियां
● गर्दन में तेज दर्द
क्या करें
- गर्दन झुका कर कार्य न करें.
- स्क्रीन आंखों के बिल्कुल लेपटाॅप रखें.
- की बोर्ड बांहें.कोहनी के पास हो.
- कुर्सी पर आपकी पीठ सीधी रही.
- कमर के पास छोटा सा कुशन या तकिया लगा लें.
- कूल्हों और घुटनों के बीच 90 डिग्री का कोण रखें.
- फर्श पर पैर आराम से रखकर बैठें.
- अपने कंधों को रिलेक्स रखें.
- 30 मिनट बाद थोड़ी देर चलें या शरीर को हल्का स्ट्रेच करें.