जिले में मंगलवार से अंत्योदय आयुष्मान पखवाड़े की शुरूआत हुई है. पखवाड़े में 20 जुलाई तक शत प्रतिशत अंत्योदय लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा है. इसलिए इसमें जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाएगा.
लंदन की ‘ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी’ के रिसर्चर ने अपनी रिसर्च में दावा किया है कि, नेता का जीवन काल आम आदमी से ज्यादा है. जबकि, 19 वीं सदी के अंत तक नेता और आम आदमी की मत्युदर समान थी.
श्रीपारस हॉस्पिटल में 26 अप्रैल को सुबह सात बजे पांच मिनट के लिए ऑक्सीजन बंद करके मॉकड्रिल करने के चार वीडियो वायरल हुए थे. वायरल वीडियो में श्रीपारस हॉस्पिटल संचालक डॉ. अरिंजय जैन बता रहे थे कि, ऑक्सीजन बंद करके की गई मॉकड्रिल से 22 मरीजों का दम घुटने लगा था. मरीजों के हाथ-पैर नीले…
मौसम का बिगड़ा मिजाज (एक्सट्रीम वेदर) को लेकर हुई रिसर्च में दावा है कि, बीते दो दशक में तीन लाख लोगों की जान मौसम सबंधी कारण की वजह से गई. इसके साथ ही 400 करोड लोगों का जीवन भी बाढ़ और सूखा से प्रभावित हुआ है.
बच्चे को यदि दस्त हो रहे हैं तो उसे तत्काल ओआरएस घोल पिलाएं. जिंक की टेबलेट भी दें. जिससे बच्चे में पानी की कमी नहीं होगी. यदि बच्चा ज्यादा परेशान है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर चिकित्सक से परामर्श जरूर लें.
दुनिया के 20 से देश में मंकीपॉक्स के लगातार मरीज मिल रहे हैं. अभी तक ब्रिटन, अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रेलिया के साथ यूरोप के कुछ देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं. आगरा में ताजमहल का दीदार करने हर दिन सैकडों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं. स्वास्थ्य विभाग की अब हर विदेशी…
गर्मियों के मौसम में इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी की कमी की वजह से डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम होती है. इसलिए गर्मी में खुद के साथ ही बच्चों की डायट पर ध्यान दें. उन्हें हेल्दी व सुपाच्य भोजन के साथ ही खूब पानी पिलाएं. बच्चों के खानपान से जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी के लिए mobycapsule.com विजिट करें…
सीएमएस ने आरोपी पुलिस के सुपुर्द कर दिया है. मगर, अभी तक जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से आरोपी के खिलाफ रकाबगंज थाना पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई है. इस बारे में यह बात सामने आ रही है कि, अस्पताल में एक्टिव शहर के एक माननीय के रिश्तेदार का आरोपी करीबी है.
केंद्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं यूपी में गरीबों की जिंदगी बदल रही हैं. आगरा में 45 वर्षीय अनवारी और 11 साल के शिवा को सरकार की आयुष्मान योजना ने नई जिंदगी दी है. इलाज के अभाव में अनवारी और शिवा असहनीय दर्द और तकलीफ सह रहे थे.
सीटीजी आम तौर पर गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में कराया जाता है. यह एक सामान्य टेस्ट है. जिसमें दर्द नहीं होता और न ही शरीर में अंदर कुछ डाला जाता है. यह जांच गर्भावस्था के दौरान शिशु की स्थिति जानने के लिए होती है.